भ्रष्टाचार जातवाद घरेलु हिंसा धार्मिक उन्माद बाल यौन शोषण साइबर क्राईम तथा दूसरे की सम्पत्ति हडपकर आगे बढ़ने की चाह आदि ने समाज को खोखला कर दिया है। जनता का विश्वास राजनेताओं व प्रसासनिक मशीनरी से उठता चला आ रहा है। परिणाम जो सामने है वह देश के लिए मर मिटने वाले शहीदों महान आत्माओं तथा राष्ट्र सबका को मुँह विधान के लिए काफी है।
सी० आई० बी० एक देशव्यापी संगठन है। भारत सरकार के अधिनियम 1882 एक्ट के तहत से इसका जन्म हुआ। भ्रष्टाचार, अशिक्षा, महिलाउत्पीडन, बालश्रम आतंकवाद नैतिक सार में गिरावट से समाज को मुक्त करना इस संगठन का उद्देश्य है। इस उद्देश्य की प्राप्ती के लिए संगठन सारे देश में फैले अपने प्रतिवद एवं समर्पित कार्यकताओं के माध्यम से देश की प्रशानिक मशीनरी खुफिया संस्थाओं गृहमंत्रालय राज्यसरकारों के प्रशासनिक इकाईयों एवं अन्य विभागों के साथ तालमेल करती है। आमजन की शिकायतों समस्याओं पर त्वरित तथा विधिक कार्यवाही करना तथा प्रशासन को इस हेतु सक्रिय करना भी संगठनों की प्राथमिकता है। देश की वित्तीय मामलो में आमजनो की भागीदारी बढ़ाना, लोगो के, खासतौर पर महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार करना तथा बच्चों को देश का भविष्य मानते हुये बेहतर नागरिक बनाने हेतु तरह कार्यक्रम करना भी संगठन की प्रमुख जिम्मेदारी महिला राष्ट्र निर्माताओं की जननी है। उनकी विशिष्टता को ध्यान में रखते हुये सी० आई० बी० में एक महिला प्रकोष्ठ का भी गठन किया है।
सीआईबी० भारत के ऐसे प्रत्येक नागरिक का आहवान करती है बरि शिक्षित होने के साथ साथ भारत के विधिविधान से पूरी निष्ठा रखते हैं और भारत को अपना परिवार मानते है। सदस्यता हेतू निम्न दस्तावेज अनिवार्य है। (1) फोटो (२) आधारकार्य की छायाप्रति या मानक पहचान पत्र को प्राता पति (3) योग्यता के साग (4) किसी साग अधिकारी द्वारा जारी प्रगाण पत्र का । माह से पुराना नहीं द्वारा स्वयं निरपराधी होने का सप्त पत्र.
आइये हम और आप मिलकर बनाएं अपराध मुक्त राष्ट्र सी० आई० बी० से जुडे राष्ट्र सेवा की भावना अपनाए